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मानसून एक बार फिर सक्रिय, प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी

किसानों, स्कूली बच्चों और आम नागरिकों को सलाह - मौसम की जानकारी लेते रहें और खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतें

छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक बारिश की गतिविधियाँ तेज़ हो सकती हैं, खासकर दक्षिण और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश और वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गई है।

दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे लगे उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर एक अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है, जो वर्तमान में प्रयागराज से 50 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, सतना से 80 किलोमीटर उत्तर-उत्तर-पूर्व और खजुराहो से लगभग 140 किलोमीटर पूर्व में केंद्रित है। यह सिस्टम अगले 2 दिनों तक पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना जता रहा है।

मानसून द्रोणिका यानी ट्रफ लाइन इस समय बीकानेर, दतिया, डेहरी, पुरुलिया, दीघा होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। यह ट्रफ मानसूनी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है।

मौसम विभाग के अनुसार, 18 जुलाई को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज़ बौछारें भी गिर सकती हैं। खासकर उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश से लगे छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।

जहां दक्षिण छत्तीसगढ़ में अगले 5 दिनों तक वर्षा की तीव्रता और वितरण में वृद्धि की संभावना है, वहीं 18 जुलाई से उत्तरी छत्तीसगढ़ में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है।

पिछले 24 घंटों में सरगुजा संभाग के अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। कुछ स्थानों पर तो भारी से बहुत भारी वर्षा भी देखने को मिली। रायपुर में प्रदेश का सर्वाधिक तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस पेंड्रारोड में दर्ज किया गया।

बारिश के आँकड़ों की बात करें तो जनकपुर और भरतपुर में 12 सेंटीमीटर, पोंडी बचरा में 11, कोटाडोल में 10, सूरजपुर में 9 और केल्हारी में 8 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। कई जिलों में 7 से 3 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में एक-दो स्थानों पर वज्रपात और तेज़ गरज-चमक हो सकती है। ऐसे में किसानों, स्कूली बच्चों और आम नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतें।

तो मौसम का मिजाज़ फिलहाल कुछ ऐसा रहेगा – कभी तेज़ बौछार, तो कभी हल्की फुहारें। लेकिन सतर्कता ज़रूरी है। खासकर जिन इलाकों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना है।

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