Site icon jandakhal

बिटकॉइन की कीमत 1 करोड़ के पार, क्रिप्टो की दुनिया में ऐतिहासिक दिन

Bitcoin price crosses Rs 1 crore

नई दिल्ली. 14 जुलाई 2025 को बिटकॉइन ने भारतीय निवेशकों के लिए एक नया इतिहास रच दिया। पहली बार इसकी कीमत ₹1 करोड़ के पार पहुंच गई, जिससे यह न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया। बिटकॉइन की इस ऐतिहासिक छलांग ने न सिर्फ पारंपरिक संपत्तियों—जैसे चांदी—को पीछे छोड़ा, बल्कि कई दिग्गज कंपनियों जैसे Google के मार्केट कैप को भी चुनौती दे डाली

कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी

क्यों आई इतनी जबरदस्त तेजी?

1. ETF में रिकॉर्ड निवेश

2. संस्थागत निवेशकों की भागीदारी

3. अमेरिकी नीतियों और चुनावी माहौल का असर

4. डॉलर की कमजोरी और मैक्रोइकोनॉमिक फैक्टर्स

पारंपरिक संपत्तियों और कंपनियों को पछाड़ा

निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह रिकॉर्ड?

क्या यह तेजी आगे भी जारी रहेगी?

बिटकॉइन की ऐतिहासिक यात्रा

वर्षकीमत (USD)कीमत (INR)प्रमुख उपलब्धि
2010$0.08₹4-5पहली बार एक्सचेंज पर लिस्टिंग
2017$20,000₹15 लाखपहली बार मेनस्ट्रीम चर्चा
2020$10,000₹7 लाखकोविड के दौरान तेजी
2021$60,000₹45 लाखपहली बार ETF चर्चा
2024$70,000₹58 लाखसंस्थागत निवेश बढ़ा
2025$1,22,000+₹1 करोड़+ऑल टाइम हाई, ETF बूम

जोखिम और सतर्कता

बिटकॉइन ने ₹1 करोड़ का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर न केवल क्रिप्टो मार्केट बल्कि पूरी फाइनेंशियल वर्ल्ड को चौंका दिया है। इसकी तेजी ने पारंपरिक संपत्तियों और दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। ETF में निवेश, संस्थागत भागीदारी, अमेरिकी नीतियों और डॉलर की कमजोरी जैसे फैक्टर्स ने इस रैली को सपोर्ट किया है। हालांकि, निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि क्रिप्टो बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य हैं।

Exit mobile version