गिरफ्तारी की आहट से दिल्ली दौड़े भूपेश बघेल! सुप्रीम कोर्ट में लगाई अग्रिम जमानत की गुहार, बोले — “मुझे भी फंसाने की साजिश”
याचिका पर 5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई तय हुई है

जनदखल /रायपुर /… छत्तीसगढ़ की सियासत में एक बार फिर ज़बरदस्त हलचल —
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गिरफ्तारी के डर से सीधे सुप्रीम कोर्ट का रुख कर लिया है।
शराब, कोयला और महादेव सट्टा ऐप घोटालों में फंसाए जाने की जताई आशंका
बघेल ने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल करते हुए कहा है कि उन्हें जानबूझकर इन मामलों में लपेटने की कोशिश हो रही है।
याचिका पर 5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई तय हुई है।
“बेटे को फंसाया, अब मेरी बारी?” — राजनीतिक द्वेष का आरोप
भूपेश बघेल ने अदालत में कहा है —
“मेरे बेटे चैतन्य की गिरफ्तारी राजनीतिक बदले की भावना से हुई है। अब एजेंसियां मुझे भी टारगेट कर सकती हैं।”
उन्होंने दावा किया कि ईडी, सीबीआई और ईओडब्ल्यू जैसी एजेंसियां सरकार के इशारे पर काम कर रही हैं।
जांच एजेंसियों की रफ्तार बढ़ी, बड़े-बड़े नामों पर शिकंजा
राज्य में इस वक्त कई हाई-प्रोफाइल घोटालों की जांच तेज़ी से चल रही है —
पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा पहले ही गिरफ्तार
कई अफसर, कारोबारी और राजनीतिक चेहरे एजेंसियों के निशाने पर
महादेव ऐप, कोयला उठाव और शराब कारोबार में करोड़ों के लेन-देन की परतें खुल रही हैं।
बेटे चैतन्य भी सुप्रीम कोर्ट में जमानत की आस में
रायपुर जेल में बंद चैतन्य बघेल की भी याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी।
उन्होंने दावा किया —
“न एफआईआर में नाम, न किसी गवाह ने नाम लिया — फिर भी मुझे जेल में क्यों डाला गया?”
ऐसे में सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या ये जांच राजनीतिक बदले का हथियार बन रही है?
या वाकई घोटालों की जड़ तक पहुंच रही हैं एजेंसियां?
सच क्या है — इसका जवाब शायद 5 अगस्त के बाद मिल पाए।