तोमर बंधुओं द्वारा अवैध तरीके से बनाये गए मकान को ढहाने की कार्यवाही शुरू
पुलिस और निगम की दस्तावेजी जांच में यहां बिना नक्शा और अनाधिकृत रूप से निर्माण का खुलासा हुआ था

फरार तोमर बंधुओं द्वारा अवैध तरीके से बनाये गए मकान को ढहाने की कार्यवाही आज सुबह से ही शुरू कर दी गई है। पुलिस कई गंभीर मामलों में आरोपी बनाये गए तोमर बंधुओं की काफी समय से खोजबीन कर रही है।
सरेंडर करने के लिए पर्याप्त समय देने के बाद भी फरारी काट रहे हिस्ट्रीशीटर सूदखोर रोहित वीरेंद्र तोमर पर पुलिस और निगम प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
आज सुबह निगम अमला भारी पुलिस बल के साथ भाठागांव स्थित तोमर बंधुओं के ऑफिस पर बुलडोजर चलाने के लिए पहुंचा। पुलिस और निगम की दस्तावेजी जांच में यहां बिना नक्शा और अनाधिकृत रूप से निर्माण का खुलासा हुआ था। दोनों भाई दो महीने से फरार है । पुलिस और कोर्ट ने दोनों को फरार और उन पर इनाम भी घोषित किया है । इनके सात से अधिक रिश्तेदार और करीबी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। साथ ही संपत्ति की कुर्की भी होनी है।
मारपीट, सूदखोरी और अवैध हथियार के गंभीर मामलों में आरोपित वीरेंद्र और रोहित तोमर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए हैं। पुलिस इन दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। इनके नेपाल भागने की खबर है। आरोपितों का पासपोर्ट भी नहीं मिल रहा है। वहीं अब नगर निगम की ओर से भी तोमर भाइयों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया गया है।
वहीं सूदखोरी मामले में आरोपित बनाये गए उनके घर में काम करने वाले, साथ में चलने वाले 35 में से 25 लोग गायब हैं। बताया जा रहा है कि इनके नाम पर करोड़ों की संपत्ति है। पैसों का अवैध लेन-देन इनके ही बैंक खाते में किया गया है।
तोमर बंधुओं ने ब्याज के नाम पर लोगों से करोड़ों की वसूली की है। इसके अलावा कर्जदारों को डराकर उनकी संपत्ति की अपने नाम या अपने कर्मचारियों के नाम रजिस्ट्री कराई गई। इन कर्मचारियों के खातों में बड़ी रकम का ट्रांजैक्शन हुआ है, लेकिन सभी कर्मचारी अब गायब हैं। पुलिस इन खातों और संपत्तियों की जानकारी खंगाल रही है। वहीं काम करने वाले दूसरे राज्यों के हैं। इससे अब पुलिस का उन तक पहुंचना मुश्किल होगा।